विठ्ठलाच्या पायीं थरारली वीट
राउळींची घांट निनादली
राउळींची घांट निनादली
उठला हुंदका देहूच्या वार्यांत
तुका समाधींत चाळवला
अनाथांचा नाथ सोडुनि पार्थिव
निघाला वैष्णव वैकुंठासी
संत-माळेंतील मणी शेवटला
आज ओघळला, एकाएकीं
| गीत | – | पं. भीमसेन जोशी |
| चित्रपट | – | देवकीनंदन गोपाला |
| राग | – | भैरवी |
| गीत प्रकार | – | चित्रगीत |
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