विश्वरूप नारायण नाम निरंजन
भक्तिभाव अंतरिं ज्याच्या करील सकल पावन
भक्तिभाव अंतरिं ज्याच्या करील सकल पावन
नादब्रह्म नंदादीप उजळि जीवनातें
परम मोक्ष त्याच्या ठायीं लाभला प्रसाद
| गीत | – | अनंत दामले |
| नाटक | – | बैजू |
| गीत प्रकार | – | नमन नटवरा, भक्तीगीत |
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