ये ना, सजली स्वप्ने नयनी !
ये ना.. ये ना.. ये ना.. ये ना..
ये ना.. ये ना.. ये ना.. ये ना..
हसती लहरी चंद्रा बघुनी
उमले कलिका भ्रमरा भुलुनी
झुरते मीलना हळवी रजनी
कितिदा विनवू तुजला अजुनी?
जळते अधिरा विरही हरिणी
का रे छळिसी सारे कळुनी?
गीत | – | सुमन कल्याणपूर |
चित्रपट | – | पारध |
गीत प्रकार | – | चित्रगीत, कल्पनेचा कुंचला, नयनांच्या कोंदणी |
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