योग्य न प्रेम वर्णना ।
वाणी मती मनसासह, प्रेमधाम गाठीना ॥
वाणी मती मनसासह, प्रेमधाम गाठीना ॥
ब्रह्म सत्य मज प्रेमा ।
बहु रूपा, बहु नामा ।
घेईना समता ती, एक एक भगवाना ॥
| गीत | – | बालगंधर्व |
| नाटक | – | संगीत सावित्री |
| राग | – | भीमपलास |
| ताल | – | एकताल |
| चाल | – | क्या करु मै |
| गीत प्रकार | – | नमन नटवरा |
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